गरीबों का मसीहा आनंद कुमार की सुपर-30 सक्सेस स्टोरी

Anand Kumar Super 30

Anand Kumar Super 30 Success Story in Hindi(आनंद कुमार सुपर 30 सक्सेस स्टोरी)

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यह कहानी है, ऐसे इन्सान की जिनके प्रतिभा के सामने गरीबी ने भी घुटने टेक दिए मै बात कर रहा हु। Super 30 के फाउंडर आनंद कुमार की। भारत में बहुत सारे ऐसे बच्चे है। जो बहुत ही गरीब होते है जिनका सपना तो होता है IIT में एडमिशन लेने का, लेकिन पैसो के अभाव के कारण ये एडमिशन नहीं ले पाते है। ऐसे बच्चो के सपनो को पूरा करता है Super 30। आइए पढ़ते है Super 30 के वज़ूद की कहानी।

Contents

Anand Kumar’s childhood ( आनंद कुमार का बचपन )

Anand Kumar का जन्म 1 जनवरी 1973 को बिहार के पटना में हुआ था।उनके पिता पोस्ट ऑफिस में एक क्लर्क थे। उनके पिता के पास इतना इनकम नहीं होता था, की वह आनंद का एडमिशन किसी अच्छे स्कूल में करा सके।

इसलिए आनंद को सरकारी स्कूल में ही दाखिला लेना पड़ा। स्कूल के दिनों से ही उनका रुझान Mathematic की तरफ बढ़ने लगा। अपने पिता की मृत्यु के बाद जीवन यापन चलाने के लिए माँ के बनाये हुए पापड़ साइकिल पर बेचा करते, जिसमे उनके भाई भी मदद करते।

Anand Kumar’s education and career (आनंद कुमार की शिक्षा और करियर)

आनंद कुमार ने अपनी हाई स्कूलिंग पटना हाई स्कूल, बिहार से पूरी की और फिर बाद में उन्होंने पटना के बी.एन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। अपने स्नातक स्तर की पढ़ाई के दौरान आनंद ने Number theory पर पेपर सबमिट किया था। जिसे Mathematical Spectrum और Mathematical Gazette में प्रकाशित किया गया था।

इस आधार पर उन्हें Cambridge university से पढ़ने के लिए आमंत्रण आया, लेकिन वहां रहने की छोड़ो, वहां जाने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे। कभी-कभी जिंदगी कई रास्तो को इस लिए बंद कर देती है ताकि उससे भी बेहतर रास्ते की खोज में हम निकल सकें।

पैसे के लिए वो और उनके पिता जी काफी लोगो के पास गए लेकिन पैसे कही से नहीं मिला। उनके पिता इसी वजह से तनाव में रहने लगे और अचानक उनके पिता को हार्ट अटैक आया। उस समय गाड़ी नहीं मिलने के कारण वे अपने पिता को ठेले पर ही हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन तबतक उनके पिता की मृत्यु हो चुकी थी।

अचानक पिता के मृत्यु से आनन्द काफी सदमे में आ गए। अब उनके सामने घर को चलाने का भार भी आ गया। उनको लगा उनके पिता के GPF अकाउंट से कुछ मदद मिल जाएगी, लेकिन उनहे पता चला इसके विपरीत उन्हें 18000  रूपया जमा करना है। उस बकाया राशि को किसी तरह जामा किया।

उनके पिता जी पोस्ट ऑफिस में क्लेर्क थे, तो अनुकम्पा के आधार पर उन्हें नौकरी मिल जाती और उस समय उनको इसकी जरुरत भी थी। लेकिन उनकी माँ ने कहा अगर तुम्हे नौकरी करने की इच्छा नहीं है, तो मत करो। अपनी पढ़ाई पूरी करो किसी दबाव में आकर फैसला मत करो। आनंद ने जॉब न करने का फैसला लिया और पढ़ाई की तरफ धयान केंद्रित किया।

अपने जीवन यापन चलाने के लिए दिन में वे माँ के द्वारा बनाये गए पापड़ बेचते और शाम को बच्चो को पढ़ाते थे। आनंद ने खुद का एक कोचिंग, जिसका नाम था RAMANUJAN SCHOOL OF MATHEMATICS की शुरुवात की। बच्चो को पढ़ाने में एक समस्या आने लगी। कुछ दिन बच्चे आते फिर भाग जाते।

असफलता से इंसान टूट जाता है लेकिन आनंद ने हार नहीं मानी। वो चाहते तो पोस्ट ऑफिस में जॉब कर सकते थे, लेकिन वो कोशिश करते रहे। उनके भाई Pranav Kumar बच्चो को उनके पास लाने में मदद करते। उनके भाई ने 2 बच्चों को फिर पढ़ाने के लिए लाये। उसके बाद से बच्चो की संख्या बढ़ने लगी।

उनके पढाये हुए बच्चे का completion exam में सिलेक्शन होने लगा। 3 सालो में ही अब बच्चो की संख्या इतनी जायदा हो गई की admission के लिए entrance test लेना पड़ता।

Founder of Super 30 ( सुपर 30 के संस्थापक )

Anand Kumar Super 30
Image Credit : Anand kumar facebook

बात उस समय की है, जब आनंद का कोचिंग अच्छा चल रहा था। वे फीस में 500 रुपये एक साल के लिए लेते थे। जो उस समय के हिसाब से जायदा नहीं था। एक दिन एक लड़का अभिषेक, आनंद  के पास आया और बोला मेरे पास 500 रूपया नहीं है फीस के लिए, लेकिन मै instalment में दे दूंगा।

आनंद ने बोला ठीक है, लेकिन तुम पटना में रहोगे कैसे। अभिषेक ने बोला मै एक वकील के खाली मकान  की रखवाली का काम करता हु। आनंद को विश्वास नहीं हुआ की कोई ऐसा लड़का जो चौकीदार का काम  करता हो और IIT में जाने का सपना देखता हो। उन्होंने लड़के से बोला की तुम अपना address दे दो।

फिर वो और उनके भाई शाम के वक्त उस address पर पहुंचे। उन्होंने वहां देखा मकान पूरा खाली था। अभिषेक पसीने से लतपथ वहां पढ़ रहा था। आनंद इसको देखकर काफी impress हो गए। उन्होंने उस लड़के से बोला की तुम मेरे घर आ जाओ। आनंद ने अपने माँ और भाई से बात किया।

उनकी माँ ने बोला वो बच्चो के लिए खाना भी बना देगी। आनंद के पुराने दोस्त और उनके कुछ छात्रों ने बोला की, वे Physics और Chemistry भी पढ़ा देंगे। आनंद ने यह decide किया की, किसी और की सफलता की राह में पैसो की कमी को आड़े नहीं आने देंगे। फिर उन्होंने वो काम किया, जिसने इतिहास रच दिया।

पहले साल ही 18 बच्चो ने IIT qualify किया। आनंद को यकीन ही नहीं हुआ। दूसरे साल 30 बच्चो में से 22 बच्चो ने IIT qualify किया। इस तरह Super 30 का जन्म हुआ।

What is super 30 ( सुपर 30 क्या है )

Anand Kumar Super 30
image credit : Anand kumar facebook

2002 में आनंद कुमार ने Super 30 की शुरुवात बिहार की राजधानी पटना से किया । Super 30 उन बच्चो के लिए वरदान से काम नहीं है, जो आर्थिक रूप से कमजोर है। लेकिन इस तरह के बच्चो को Super 30 में लाना इतना आसान नहीं था। इस काम में उनके भाई प्रणव उनकी मदद करते थे। वे घूम-घूम कर गॉव-मोहल्ले में पर्चा बांटते थे।

Super 30 ऐसे गरीब परिवार से आये हुए, 30 ऐसे बच्चे जिनके अंदर talent है, उनको entrance test  के माध्यम से चुनता है और उनके पढ़ने, खाने और रहने का खर्च खुद उठाता है। उनके कोचिंग में पढाये गए 480 बच्चो में से 422 बच्चो को IIT में दाखिला मिला है। ये कोई उपलब्धि से कम नहीं है।

Personal life ( व्यक्तिगत जीवन )

Anand kumar with Ritu Rashmi
Anand kumar with Ritu Rashmi
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वर्ष 2008 में Anand kumar ने IIT वाराणसी से स्नातक Ritu Rashmi (रितु रश्मि) से शादी की। वह एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रही थीं, लेकिन आनंद से शादी करने के बाद, उन्होंने खुद को सुपर 30 और इसके विस्तार के लिए समर्पित कर दिया। 2010 में, दंपति को एक बेटा हुआ, जिसका नाम जगत कुमार हैं।

आनंद कुमार के अनुसार सफलता के 4 मंत्र –

1. आपके अंदर प्रबल प्यास होनी चाहिए की मुझे कुछ करना है।

2. सकरात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढे।

3. अथक प्रयास- बिना थके काम में लगे रहना।

4. असीम धैर्य- खराब से ख़राब परिस्तितो में भी धैर्य रखो।

आनंद कुमार की कुछ उपलब्धि –

1.वर्ष 1994 में, भारत सरकार के “नेशनल बोर्ड ऑफ़ हायर मैथमेटिक्स” द्वारा IIT मुंबई में आयोजित ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए, आनंद कुमार का सिलेक्शन हुआ था। और वही के प्रोफेसर श्री आई. के. राणा ने पूरे प्रोग्राम के बारे में लिखने की जिम्मेवारी आनंद को दी थी। और आनंद कुमार द्वारा लिखी गई रिपोर्ट उस वक्त टाइम्स ऑफ़ इंडिया जैसे प्रतिष्ठित अख़बार में छपी थी।

2.आनंद कुमार का ‘सुपर 30’ कार्यक्रम के बारे में 200 9 में डिस्कवरी चैनल पर एक घंटे दिखाया गया था। बाद में उनकी असाधारण कहानी को ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में आधा पृष्ठ पर जगह मिला।

3. 2009 में, उन्होंने गरीब छात्रों को आईआईटी-जेईई कोचिंग प्रदान करने के अपने प्रयासों के लिए, “लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में इसे शामिल किया गया।

उसके बाद  ‘सुपर 30’ कार्यक्रम को ‘टाइम’ पत्रिका की बेस्ट ऑफ़  एशिया 2010 की सूची में भी शामिल किया गया था।

4. 2010 में उन्हें बिहार का सर्वेष्ठ पुरुस्कार “मौलाना अब्दुल कलाम आजाद” शिक्षा पुरुस्कार दिया गया।

5. उनके जीवन के ऊपर एक Movies भी बन रही है जिसमे Actor का Role ‎Hrithik Roshan करेंगे।

6. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शिक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए, सुपर -30 संस्थापक आनंद कुमार को प्रतिष्ठित “राष्ट्रीय बाल कल्याण” पुरस्कार से सम्मानित किया।

7. 2017 में, वे अमिताभ बच्चन द्वारा आयोजित KBC के सीजन 9 में भी गए थे। जिसमें उन्होंने ने 25 लाख रुपये भी जीते।

8.Dr Biju Mathew द्वारा, Super 30 के ऊपर एक Book भी लिखी गई है

Super 30 book

Some Important Link-

Super 30 website name:- http://www.super30.org/

e-mail Id:- [email protected]

Facebook page:- https://www.facebook.com/AnandKumar1super30/

Twitter:- @teacheranand

Super 30 admission eligibility (सुपर 30 प्रवेश पात्रता)

Q. सुपर 30 के लिए पात्रता क्या है?
A. जो पात्रता आईआईटी (जेईई) के लिए समान है, लेकिन छात्रों को गरीब होना चाहिए।

Q. मैं सुपर 30 में कैसे शामिल हो सकता हूं?
A. आपको टेस्ट qualify करना होगा।

Q. टेस्ट कब आयोजित किया जाता है?
A. मई और जून के महीने में।

Q. टेस्ट में भाग लेने के लिए,आपको क्या करना होगा?
A. इसके लिए आपको एक आवेदन फॉर्म जमा करना होगा।

Q. मुझे आवेदन फॉर्म कब और कहां मिल सकता है?
A. यह रामानुजन स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स में मई के पहले सप्ताह में उपलब्ध है।

प्र। मुझे आवेदन पत्र प्राप्त करने के लिए कितना भुगतान करना होगा?
A. यह केवल 60 रु।

Q. प्रवेश परीक्षा का सिलेबस क्या है?
A. प्रवेश परीक्षा का पाठ्यक्रम कक्षा 11 वीं के पाठ्यक्रम के समान है।

Q. टेस्ट का प्रश्न पैटर्न क्या है?
A. भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित से समान रूप से 30 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं।
    टेस्ट निगेटिव मार्किंग के साथ एक घंटे का होता है।

Q. रिजल्ट कब प्रकाशित होता है?
A. टेस्ट के दो सप्ताह बाद।

Q. मुझे पूरे कोर्स के लिए कितना भुगतान करना होगा?
A. सुपर 30 के लिए कोई शुल्क नहीं है। यह बिल्कुल मुफ्त कार्यक्रम है और इसमें मुफ्त खाना और रहना भी शामिल है।

Q. कोर्स की अवधि क्या है?
A. लगभग एक साल।

मै यह आशा करता हु, कि  Anand Kumar Super 30 Success Story in Hindi आपको जीवन में आगे बढ़ने कि प्रेरणा देगी।

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Author: Avinash Singh

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